क्या आप भी बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों और प्रदूषण से परेशान हैं? क्या आप एक ऐसा वाहन चाहते हैं जो पर्यावरण के अनुकूल हो, चलाने में सस्ता हो और आपकी जेब पर भी भारी न पड़े? अगर हां, तो Electric Bikes Under 1 lakh in India से कम कीमत वाली इलेक्ट्रिक बाइक्स (ई-बाइक्स) आपके लिए एकदम सही विकल्प हो सकती हैं।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की क्रांति तेजी से पैर पसार रही है, और इसका दिल बन रहा है इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट। सरकार के प्रोत्साहन (जैसे FAME-II सब्सिडी), बढ़ती चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीक में सुधार के चलते अब एक लाख रुपये के भीतर भी कई शानदार और प्रैक्टिकल ई-बाइक्स उपलब्ध हैं। ये बाइक्स सिर्फ शहरों में चलने वाले छोटे वाहन नहीं रह गए हैं; ये मजबूत, लंबी रेंज वाली और फीचर-पैक्ड मशीनों में तब्दील हो रही हैं।
चलिए, गहराई से जानते हैं कि 1 लाख रुपये के बजट में आपको क्या-क्या मिल सकता है, कौन सी बाइक्स बेस्ट हैं और खरीदारी से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
क्यों चुनें 1 लाख रुपये से कम की ई-बाइक?

- किफायती चलत: यह सबसे बड़ा फायदा है! इलेक्ट्रिक बाइक्स में पेट्रोल/डीजल की तुलना में प्रति किलोमीटर चलत काफी कम आती है। घर पर चार्ज करके आपका खर्च पेट्रोल बाइक के मुकाबले 1/5वां से 1/10वां हिस्सा तक हो सकता है।
- कम मेंटेनेंस खर्च: इलेक्ट्रिक बाइक्स में पारंपरिक इंजन जैसी जटिल मैकेनिकल चीजें (जैसे पिस्टन, क्रैंकशाफ्ट, क्लच, गियरबॉक्स, तेल बदलना) नहीं होतीं। इसका मतलब है नियमित सर्विसिंग पर बहुत कम खर्च और कम ब्रेकडाउन का डर।
- पर्यावरण हितैषी: जीरो टेलपाइप इमिशन। इन्हें चलाने से हवा में प्रदूषण नहीं फैलता, जो आज के समय की बड़ी जरूरत है। शहरों में ध्वनि प्रदूषण भी कम करती हैं।
- सरकारी सब्सिडी (FAME-II): भारत सरकार की FAME-II योजना के तहत इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स पर अच्छी-खासी सब्सिडी मिलती है (आमतौर पर बैटरी की क्षमता के हिसाब से ₹10,000 से ₹25,000 तक)। कई राज्य सरकारें अतिरिक्त सब्सिडी या रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट देती हैं। यह सब्सिडी एक लाख के भीतर की बाइक्स को और भी सस्ता बना देती है।
- सुविधाजनक शहरी कम्यूट: शहरों में रोजाना के सफर के लिए ये परफेक्ट हैं। चलाने में आसान, ट्रैफिक जैम में कम थकान, निपुणता से मोड़ लेने की क्षमता।
- स्मार्ट फीचर्स: अब इन बजट ई-बाइक्स में भी डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, मोबाइल एप कनेक्टिविटी, जीपीएस नेविगेशन, रीजनरेटिव ब्रेकिंग जैसे फीचर्स आम हो रहे हैं।
1 लाख के अंदर मिलने वाली ई-बाइक्स के प्रकार:
- इलेक्ट्रिक स्कूटर्स: यह सबसे लोकप्रिय श्रेणी है। स्टेप-थ्रू डिजाइन (फ्लोरबोर्ड) के कारण चढ़ना-उतरना और सामान रखना आसान होता है। शहरी कम्यूटर्स, कॉलेज स्टूडेंट्स और घरेलू उपयोग के लिए आदर्श।
- इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल्स: इनकी डिजाइन पारंपरिक पेट्रोल मोटरसाइकिल्स जैसी होती है। अक्सर इनकी परफॉर्मेंस और रेंज स्कूटर्स से बेहतर होती है, और ये थोड़े ज्यादा मजबूत लगते हैं। युवाओं और ज्यादा दूरी तय करने वालों के लिए पसंदीदा।
1 लाख रुपये से कम की टॉप इलेक्ट्रिक बाइक्स (एक्स-शोरूम प्राइस, सब्सिडी से पहले):
ध्यान दें: कीमतें राज्य, सब्सिडी की उपलब्धता और डीलर के हिसाब से थोड़ी बदल सकती हैं। FAME-II सब्सिडी मिलने के बाद ये सभी प्रभावी रूप से 1 लाख या उससे नीचे आ जाती हैं।
- ओला एस1 एयर:
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,10,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 95,000 – ₹1,00,000 के आसपास)।
- हाइलाइट्स: भारत की सबसे लोकप्रिय ई-स्कूटर। मजबूत बिल्ड क्वालिटी, स्पोर्टी लुक। 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज।
- रेंज (IDC): 125 किमी (2kWh बैटरी)। रियल वर्ल्ड में लगभग 80-100 किमी।
- टॉप स्पीड: 90 किमी/घंटा।
- चार्जिंग: 0 से 100% तक होम चार्जिंग में लगभग 5 घंटे।
- फीचर्स: डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, ओला मूव ओएस (7 इनबिल्ट स्पीकर्स, नेविगेशन, म्यूजिक प्लेबैक – हायर वेरिएंट में), क्रूज कंट्रोल, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, साइड स्टैंड डिटेक्शन। अच्छा अंडर-सीट स्टोरेज।
- प्लस: ब्रांड वैल्यू, विस्तृत सर्विस नेटवर्क, स्मार्ट फीचर्स।
- माइनस: कुछ यूजर्स को सस्पेंशन थोड़ा सख्त लग सकता है, हायर वेरिएंट्स महंगे हैं।
- टीवीएस आईक्यूब:
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,20,000 – ₹ 1,30,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 95,000 – ₹1,10,000 के आसपास)।
- हाइलाइट्स: सबसे पुराने और विश्वसनीय ई-स्कूटर ब्रांड्स में से एक। टीवीएस का बैकिंग और सर्विस नेटवर्क मजबूत।
- रेंज (IDC): 100 किमी (3.04kWh बैटरी – S वेरिएंट)। रियल वर्ल्ड में लगभग 70-90 किमी।
- टॉप स्पीड: 78 किमी/घंटा (S वेरिएंट)।
- चार्जिंग: 0 से 100% तक होम चार्जिंग में लगभग 4 घंटे 30 मिनट (फास्ट चार्जिंग विकल्प उपलब्ध)।
- फीचर्स: फुल-कलर डिजिटल डैशबोर्ड, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी (टीवीएस स्मार्टएक्सॉन एप), जीपीएस, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, एटीएम फ्री सर्विसिंग। बहुत आरामदायक राइड क्वालिटी।
- प्लस: राइड कम्फर्ट, विश्वसनीयता, अच्छा सर्विस नेटवर्क।
- माइनस: कुछ प्रतियोगियों की तुलना में डिजाइन थोड़ा कंजर्वेटिव लग सकता है।
- बजाज चेतक:
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,15,000 – ₹ 1,25,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 90,000 – ₹1,05,000 के आसपास)।
- हाइलाइट्स: भारत के सबसे ट्रस्टेड टू-व्हीलर ब्रांड्स में से एक। सिम्पल, रिलायबल और मेन्टेनेंस फ्रेंडली स्कूटर।
- रेंज (IDC): 108 किमी। रियल वर्ल्ड में लगभग 70-85 किमी।
- टॉप स्पीड: 63 किमी/घंटा।
- चार्जिंग: 0 से 100% तक होम चार्जिंग में लगभग 5 घंटे।
- फीचर्स: डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, लीड-एसिड बैटरी विकल्प (सस्ता), बदलने योग्य बैटरी पैक (कुछ वेरिएंट्स में)। बहुत ही कंफर्टेबल सीट।
- प्लस: बजाज की विश्वसनीयता और विशाल सर्विस नेटवर्क, सस्ती रनिंग और मेंटेनेंस कॉस्ट, सरल और प्रैक्टिकल।
- माइनस: कम टॉप स्पीड, स्मार्ट फीचर्स की कमी, डिजाइन बेसिक।
- एथर एनर्जी 450एस:
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,35,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 1,10,000 – ₹1,15,000 के आसपास – थोड़ा ऊपर हो सकता है, पर विचारणीय)।
- हाइलाइट्स: प्रीमियम फील देने वाला स्कूटर। बेहतरीन बिल्ड क्वालिटी और परफॉर्मेंस। इंडिया का पहला ई-स्कूटर जिसे ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली।
- रेंज (IDC): 115 किमी। रियल वर्ल्ड में लगभग 80-95 किमी।
- टॉप स्पीड: 90 किमी/घंटा।
- चार्जिंग: 0 से 80% तक फास्ट चार्जिंग में लगभग 40-50 मिनट। होम चार्जिंग में लगभग 5.5 घंटे।
- फीचर्स: बड़ा 7-इंच टचस्क्रीन डैश, एथर ओएस (नेविगेशन, म्यूजिक कंट्रोल, राइड स्टैट्स), रीवर्स पार्किंग असिस्ट, स्लिप और ट्रैक्शन कंट्रोल, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, बेहतरीन सस्पेंशन। अच्छा स्टोरेज।
- प्लस: शानदार परफॉर्मेंस, बेहतरीन राइड और हैंडलिंग, प्रीमियम बिल्ड, एडवांस्ड फीचर्स और सेफ्टी।
- माइनस: बाकियों की तुलना में थोड़ी महंगी (हालांकि सब्सिडी के बाद ठीक), सर्विस सेंटर कम शहरों में उपलब्ध।
- ओकिनावा ओकिनावा iPraise+ / प्रैक्सिस:
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,25,000 – ₹ 1,35,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 1,00,000 – ₹1,10,000 के आसपास)।
- हाइलाइट्स: लिथियम-आयरन फॉस्फेट (LFP) बैटरी का इस्तेमाल करती हैं जो ज्यादा सेफ, लंबी लाइफ वाली और गर्मी सहने में बेहतर होती हैं। मस्क्युलर लुक।
- रेंज (IDC): iPraise+ – 139 किमी, प्रैक्सिस – 110 किमी। रियल वर्ल्ड में लगभग 90-110 किमी (iPraise+) और 70-90 किमी (प्रैक्सिस)।
- टॉप स्पीड: 77 किमी/घंटा (iPraise+), 85 किमी/घंटा (प्रैक्सिस)।
- चार्जिंग: 0 से 100% तक होम चार्जिंग में लगभग 4-5 घंटे।
- फीचर्स: फुल-डिजिटल डैशबोर्ड, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी (ओकिनावा ऐप), रीमोट लॉक/अनलॉक, जीपीएस, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, USB चार्जिंग। अच्छा ग्राउंड क्लीयरेंस।
- प्लस: सेफ LFP बैटरी टेक्नोलॉजी, अच्छी रियल-वर्ल्ड रेंज (खासकर iPraise+), मजबूत बिल्ड।
- माइनस: ब्रांड इमेज और सर्विस नेटवर्क कुछ प्रतियोगियों जितना मजबूत नहीं, डिजाइन सबके टेस्ट पर नहीं उतरता।
- हीरो इलेक्ट्रिक ऑप्टिमा CX / NYX (हाइ-स्पीड):
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,15,000 – ₹ 1,25,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 90,000 – ₹1,05,000 के आसपास)।
- हाइलाइट्स: हीरो ब्रांड का भरोसा। ऑप्टिमा CX एक स्कूटर है, जबकि NYX एक इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल है। दोनों ही प्रैक्टिकल और किफायती विकल्प।
- रेंज (IDC): ऑप्टिमा CX – 100 किमी+, NYX – 150 किमी+। रियल वर्ल्ड में लगभग 70-85 किमी (ऑप्टिमा), 100-120 किमी (NYX)।
- टॉप स्पीड: 82 किमी/घंटा (ऑप्टिमा), 83 किमी/घंटा (NYX)।
- चार्जिंग: 0 से 100% तक होम चार्जिंग में लगभग 4-5 घंटे।
- फीचर्स: डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी (हीरो ऐप), जीपीएस, USB चार्जिंग, रीजनरेटिव ब्रेकिंग। NYX में मोटरसाइकिल जैसा लुक और फील।
- प्लस: हीरो का विशाल सर्विस नेटवर्क, किफायती कीमत, NYX लंबी दूरी के लिए अच्छा विकल्प।
- माइनस: कुछ प्रतियोगियों की तुलना में फीचर्स और परफॉर्मेंस में थोड़ा बेसिक।
- अम्पेयर नेक्स्ट:
- प्राइस (एक्स-शोरूम): लगभग ₹ 1,00,000 – ₹ 1,10,000 (लेकिन सब्सिडी के बाद ₹ 80,000 – ₹90,000 के आसपास)।
- हाइलाइट्स: ग्रेविटी ग्रुप (जो रीवा इलेक्ट्रिक कार के पीछे भी है) की कंपनी। किफायती और विश्वसनीयता पर फोकस। नेक्स्ट एक स्कूटर है।
- रेंज (IDC): 100 किमी। रियल वर्ल्ड में लगभग 70-80 किमी।
- टॉप स्पीड: 72 किमी/घंटा।
- चार्जिंग: 0 से 100% तक होम चार्जिंग में लगभग 5 घंटे।
- फीचर्स: डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, USB चार्जिंग, साइड स्टैंड डिटेक्शन। स्पेसियस फ्लोरबोर्ड।
- प्लस: बहुत कॉम्पिटिटिव प्राइस (सब्सिडी के बाद), अच्छी बिल्ड क्वालिटी, प्रैक्टिकल डिजाइन।
- माइनस: ब्रांड अवेयरनेस कम, सर्विस नेटवर्क विकास के दौर में।
खरीदारी से पहले ध्यान रखने योग्य बातें (क्रिटिकल फैक्टर्स):
- रेंज (दायरा): यह सबसे अहम फैक्टर है। मैन्युफैक्चरर द्वारा बताई गई IDC (इंडियन ड्राइविंग साइकल) रेंज आदर्श स्थितियों में होती है। असल दुनिया में रेंज 20-30% कम हो सकती है। अपनी दैनिक यात्रा (कम्यूट) की औसत दूरी के हिसाब से चुनें। कम से कम उससे 1.5 गुना ज्यादा रेंज वाली बाइक लें ताकि रेंज एंग्जाइटी न हो।
- चार्जिंग टाइम और इंफ्रास्ट्रक्चर: आप कहां और कितनी देर में चार्ज कर पाएंगे? अगर घर पर चार्ज करने की सुविधा है तो होम चार्जिंग टाइम चेक करें। क्या आपके रास्ते में या ऑफिस के पास पब्लिक चार्जिंग पॉइंट्स हैं? फास्ट चार्जिंग विकल्प महंगा हो सकता है, पर सुविधाजनक है।
- बैटरी टाइप और वारंटी:
- लिथियम-आयन (Li-ion): ज्यादातर बाइक्स में यही होती है। हल्की, अच्छी एनर्जी डेंसिटी, लेकिन तापमान और चार्जिंग साइकिल्स के प्रति संवेदनशील। सामान्यतः 3-5 साल की वारंटी।
- लिथियम-आयरन फॉस्फेट (LFP): (जैसे ओकिनावा में) ज्यादा सुरक्षित, लंबी उम्र (चार्ज साइकिल्स), गर्मी सहने की बेहतर क्षमता, लेकिन थोड़ी भारी और कम एनर्जी डेंसिटी। आमतौर पर लंबी वारंटी (5-8 साल)।
- बैटरी वारंटी: कितने साल या कितने किलोमीटर तक? वारंटी टर्म्स क्या हैं? यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि बैटरी सबसे महंगा कॉम्पोनेंट है।
- परफॉर्मेंस: टॉप स्पीड और एक्सीलरेशन। क्या आपको हाईवे पर चलाने की जरूरत है? क्या आपके शहर में ढलानें (स्लोप्स) हैं? पर्याप्त पावर होने से ओवरटेकिंग और सुरक्षा में मदद मिलती है।
- बिल्ड क्वालिटी और सस्पेंशन: भारतीय सड़कें कठोर हैं। बाइक मजबूत होनी चाहिए और सस्पेंशन अच्छा होना चाहिए ताकि गड्ढों और बम्प्स में आरामदायक राइड मिले।
- सर्विस और सपोर्ट नेटवर्क: ब्रांड का आपके शहर या आसपास सर्विस सेंटर है या नहीं? स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता कैसी है? ऑनलाइन रिव्यूज पढ़कर सर्विस क्वालिटी का पता लगाएं।
- फीचर्स: आपको किन फीचर्स की जरूरत है? डिजिटल डैश, मोबाइल ऐप कनेक्टिविटी, जीपीएस, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, USB चार्जिंग, अंडर-सीट स्टोरेज, साइड स्टैंड डिटेक्शन आदि। जरूरत के हिसाब से चुनें।
- टेस्ट राइड: सबसे जरूरी कदम! कम से कम 2-3 शॉर्टलिस्टेड बाइक्स की टेस्ट राइड जरूर लें। कम्फर्ट, हैंडलिंग, सीट की ऊंचाई, वजन, ब्रेकिंग, पिकअप और ओवरऑल फील को अनुभव करें।
सब्सिडी का फायदा कैसे उठाएं?
FAME-II सब्सिडी डीलर के जरिए ही मिलती है। जब आप बाइक खरीदते हैं, तो आपका डीलर सब्सिडी का क्लेम सरकार के पास भेजता है। आपको सब्सिडी का लाभ तुरंत बाइक की ऑन-रोड प्राइस से काटकर मिल जाता है। सुनिश्चित करें कि डीलर आपको सब्सिडी शामिल करके ही फाइनल प्राइस बताए।
सरकारी स्कीम्स और लोन:
- FAME-II: मुख्य योजना, जिसका लाभ ज्यादातर बाइक्स पर मिलता है।
- राज्य सरकार की स्कीम्स: दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक आदि कई राज्य अतिरिक्त सब्सिडी या रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट देते हैं। अपने राज्य की वेबसाइट चेक करें।
- इलेक्ट्रिक व्हीकल लोन: कई बैंक और एनबीएफसी ईवी के लिए कम ब्याज दरों पर लोन देते हैं। EMI के जरिए खरीदारी आसान हो जाती है।
निष्कर्ष: Electric Bikes Under 1 lakh in India
एक लाख रुपये के भीतर इलेक्ट्रिक बाइक्स का बाजार बेहद रोमांचक और विविधतापूर्ण हो गया है। चाहे आपको किफायती और विश्वसनीय शहरी कम्यूटर चाहिए (जैसे बजाज चेतक, हीरो ऑप्टिमा), थोड़ी बेहतर परफॉर्मेंस और स्टाइल (ओला S1 एयर, टीवीएस आईक्यूब), लंबी रेंज (ओकिनावा iPraise+, हीरो NYX), या प्रीमियम फील (एथर 450S) – सब कुछ उपलब्ध है।
अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट करें: रेंज, बजट (सब्सिडी के बाद), परफॉर्मेंस, फीचर्स, और सर्विस नेटवर्क। रिसर्च करें, टेस्ट राइड जरूर लें, और सरकारी सब्सिडी का पूरा लाभ उठाएं
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